- नंदी हाल से गर्भगृह तक गूंजे मंत्र—महाकाल के अभिषेक, भस्मारती और श्रृंगार के पावन क्षणों को देखने उमड़े श्रद्धालु
- महाकाल की भस्म आरती में दिखी जुबिन नौटियाल की गहन भक्ति: तड़के 4 बजे किए दर्शन, इंडिया टूर से पहले लिया आशीर्वाद
- उज्जैन SP का तड़के औचक एक्शन: नीलगंगा थाने में हड़कंप, ड्यूटी से गायब मिले 14 पुलिसकर्मी—एक दिन का वेतन काटने के आदेश
- सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का संदेश, उज्जैन में निकला भव्य एकता मार्च
- सोयाबीन बेचकर पैसा जमा कराने आए थे… बैंक के अंदर ही हो गई लाखों की चोरी; दो महिलाओं ने शॉल की आड़ में की चोरी… मिनट भर में 1 लाख गायब!
बेटे ने 75 साल की वृद्ध मां को तलवार मारी
उज्जैन। ग्राम गंगेड़ी में रहने वाले बेटे ने अपनी 75 साल की वृद्ध मां को मंगलवार सुबह तलवार मारकर घायल कर दिया। उसकी पत्नी ने भतीजे को डंडों से पीटा। दोनों को घायल हालत में लेकर परिजन नीलगंगा थाने पहुंचे और प्रकरण दर्ज कराया। आरोपी के पिता ने बताया उनके बेटे ने दो बीघा जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया जिसकी शिकायत कलेक्टर और एसपी से भी कर चुके हैं लेकिन आज तक कार्रवाई नहीं हुई।
बूढ़े माता-पिता की देखरेख के लिए शासन द्वारा कानून बनाये जाने के बावजूद इसका पालन नहीं हो रहा। कई वृद्धजन अपने बच्चों द्वारा दी जा रही प्रताडऩाओं से परेशान हैं। सुबह ग्राम गंगेड़ी में रहने वाली फूलीबाई पति आत्माराम (75) पर उनके बेटे मोहनलाल (50) ने खेत पर आने की बात को लेकर तलवार से हमला कर दिया।
वृद्धा के हाथों में तलवार के वार से चोट आई और खून बहने लगा, जबकि मोहनलाल की पत्नी भागवंता ने भतीजे गोपाल (15) पर डंडे से हमला किया। दोनों को घायल अवस्था में आत्माराम अपने दो अन्य पुत्रों के साथ लेकर नीलगंगा थाने पहुंचा और बेटे मोहनलाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। आत्माराम ने बताया उनके तीन बेटे हैं। तीनों को 6-6 बीघा जमीन दे दी और स्वयं व पत्नी के गुजारे के लिये 6 बीघा जमीन अपने पास रखी। इसमें से 2 बीघा जमीन पर मोहनलाल ने जबरन कब्जा कर लिया जिसकी शिकायत कलेक्टर, तहसीलदार, पटवारी व एसपी से की लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की।
विधायक का संरक्षण
वृद्ध आत्माराम ने बताया कि उनका बेटा जमीन पर कब्जा करने के बाद रास्ते को लेकर आये दिन विवाद करता है। कलेक्टर से शिकायत की तो कोई कार्यवाही नहीं की गई, थाने में शिकायत की तो विधायक फोन कर मोहनलाल पर कार्यवाही नहीं होने देते। पुलिस और प्रशासन नेताओं के डर से कार्यवाही नहीं करता, जबकि हम इतने परेशान हो चुके हैं कि या तो स्वयं आत्महत्या कर लें या ऐसे बेटे को पुलिस गोली मार दे।